मोहन सूर्यवंशी
पता चला कि योग गुरु बाबा रामदेव और आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने पद्म सम्मान लेने से इनकार कर दिया। बाद में यह खबर भी आधी गलत साबित हुई। सरकार की तरफ से आई खबरों से पता चला कि बाबा रामदेव के नाम पर सम्मान के लिए तो विचार भी नहीं किया गया था। बाबा ने टीवी खबरों को ही सही समझकर खुद ही मियां मिट्ठू बन बैठे। लेकिन यहां पर यह सवाल उठता है कि क्या इन दोनों सन्यासियों ने ऐसा करके अपनी उदारता दिखाई या इन सम्मानों और जनता द्वारा चुनी हुई सरकार का अपमान किया। सम्मान मिलना खबर है तो सम्मान ठुकराना उससे बड़ी खबर है।