Tuesday, February 3, 2015

लड़की का रेप के लिए न्यौता, लड़के भी तैयार!



हमारा देश कितना मार्डन हो रहा है। इसका अंदाज आप इस वीडियो को देखकर लगा सकते हैं।




एक न्यूज चैनल की वेबसाइट पर एक खबर लगी है। जिसमें लड़की कह रही है कि 'आओ मेरा रेप करो'। जिज्ञासा वश उस वीडियो को देखा। उसमें एक लड़की करीना कपूर स्टाइल में मर्दों को उकसा रही है कि वह रेप के लिए तैयार है, वह आकर उसका रेप कर सकते है। 

इस वीडियो के देखने के ​बाद ठीक नहीं लगा। माना कि हमारे देश में सेक्स को लेकर लोगों में काफी उतावलापन रहता है। इसकी वजह सदियों से औरत—मर्दों को अलग रखने की प्रथा भी हो सकती है। जिसकी वजह से मर्द, औरतों में कुछ जरुरत से ज्यादा ही दिलचस्पी दिखाते हैं! हाल ही में गूगल ने आंकड़ों में बताया था कि पाकिस्तान जैसे देश में ही सेक्स शब्द सबसे ज्यादा ढूंढा जाता है।  इसका उपाय धीरे—धीरे समाज को खोलना ही है। औरत को एक अनूठी चीज़ बनाकर रखना और उसे घर में बंद रखना भी कहीं न कहीं रेप को बढ़ावा देता है।



बचपन से छोटे—छोटे बच्चों को लिंग के आधार पर अलग ​कर दिया जाता है। लड़की को अलग रखा जाता है, उन्हें अलग स्कूल भेजा जाता है। उन पर तरह तरह की बंदिशें लगा दी जाती है। इसी तरह लड़कों को भी लड़कियों से बातचीत करने से मना कर दिया जाता है। लड़के लड़कियों से दोस्ती नहीं कर सकते। बात नहीं कर सकते। इस तरह के कई सामाजिक बंधन लगा दिए जाते है। जिससे कि एक पुरुष के लिए महिला एक अनूठी चीज़ हो जाती है। और अगर वह महिला अकेली हो तो उसे लगता है कि कोई चलती—फिरती खुली हुई तिजोरी उसके सामने है। जिसे वह जितना लूट सकता हो लूट ले। कुछ यह काम आंखों से करते हैं, तो कुछ आंखों और जबान दोनों को कष्ट देते हैं। और कुछ पशु टाइप इंसान पशुओं वाली हरकत भी कर देते हैं। 


लेकिन जिस तरह यह लड़की रेप के लिए उकसा रही है, वह गलत है। हालात इतने भी खराब नहीं है। दिल्ली की ढाई करोड़ की आबादी में अगर 2 रेप होते हैं तो यह गलत हो सकता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि दिल्ली में रेपिस्ट ही रहते हैं। 

इस वीडियो के विरोध में एक तर्क यह भी देना चाहूंगा कि आज के जमाने की मार्डन लड़कियों को थोड़ा भरतीय पुरुषों पर भी तरस खाना चाहिए। नई पीढ़ी तो सनी लियोनी से सामंजस्य बिठा चुकी है लेकिन पुरानी पीढ़ी जो कि यह जानती थी कि औरतों को घर में बंद करके रखना चाहिए, अब उनके सामने एक दम से पश्चिमी कल्चर आ गया है। इस वजह से यह अधेड़ जोश में होश खोने वाली हरकत कर ही देते हैं। 


लेकिन यह सब अपराध है। हमें हमारे समाज को खोलना होगा। लड़का—लड़की का भेद मिटाना होगा। जब सब बराबर होंगे तो लड़की भी कोई अनूठी चीज़ नहीं होगी और लड़कों की मानसिकता में भी सुधार आएंगा। इसके बाद भी अगर रेप हुए तो जितने रेप लड़के करेंगे उतने ही लड़कियां भी इस अपराध में शामिल होंगी। क्योंकि रेप तो रोके नहीं जा सकते लेकिन कम जरुर किए जा सकते हैं। 

हालांकि उस वीडियों के नीचे कुछ कमेंट पढ़े। जिसमें लड़के उस लड़की के न्यौते को कबूल करके एड्रेस मांग रहे थे। 

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